फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) उपायुक्त विक्रम द्वारा चुनाव ड्यूटियों में कनिष्ठ अधिकारियों को वरिष्ठ अधिकारियों के ऊपर तैनात किये जाने को लेकर जि़ले के स्कूल प्रिंसिपलों का एक प्रतिनिधिमंडल जब उनसे
फरीदाबाद (मज़दूर मोर्चा) 9-15 अप्रैल के अंक में ‘मज़दूर मोर्चा’ ने, ‘डीसी की गाड़ी बिगड़ी तो सडक़ बनाने की सुध आई’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था। उसे पुन: ज्यों
फरीदाबाद (म.मो.) शहर में जल भराव को लेकर नगर निगम के नाकामी को देखते हुए, इससे निपटने का बीड़ा करीब तीन सप्ताह पूर्व उपायुक्त जितेन्द्र यादन ने उठाया था। इसके
फरीदाबाद (म.मो.) जि़ले का सबसे बड़ा सरकारी बीके अस्पताल है। इसमें इलाज़ कम और रैफर ज्यादा होते हैं। रैफर भी मूलत: दिल्ली के लिये होते हैं क्योंकि निजी अस्पतालों के
निगमायुक्त यादव व मंत्री विज खामोश बने हुए हैं फरीदाबाद (म.मो.) नगर निगम में हरामखोरी व रिश्वतखोरी अब कोई खबर नहीं रह गई है, खबर तो अब यह है कि
सतीश कुमार, सम्पादक मजदूर मोर्चा गतांक में ‘फोगाट स्कूल में एचपीएससी परीक्षा केन्द्र बनने के पीछे हैं उसके वीआईपी अभ्यार्थी’ शीर्षक से प्रकाशित समाचार से उद्वेलित अनीता यादव आईएएस ने
डीईईओ रितु चौधरी के सेलबैंक की मची धूम, सरकारी स्कूलों के 150 बच्चों को बांटे गए मोबाइल डीसी फरीदाबाद यशपाल यादव ने अभियान की प्रशंसा की मजदूर मोर्चा ब्यूरो फरीदाबाद:
हजारों करोड़ की जमीन का मामला मजदूर मोर्चा ब्यूरो फरीदाबाद: हरियाणा के गांवों में देहशामलात भूमि (विलेज कॉमन लैंड -वीसीएल) की निशानदेही न होने से हरियाणा सरकार को कई अरब
फरीदाबाद: नंदलाल जे.पी पावर, जीवन नगर गोछी तहसील में बतौर हेल्पर काम करता था| 8 नवम्बर 2015 को मैनेजमेंट ने दबाव देकर उसे बिना ट्रेंनिंग दिए स्किल्ड वर्कर के काम