दयाल बाग कॉलोनी में चल रहे ईसाई ट्यूशन सेंटर में कुछ असामाजिक तत्वों ने तोडफ़ोड़ कर 21 जून को जबरन हनुमान मूर्ति रख दी और अब कह रहे हैं कि ये लोग जानवर काटते हैं|

दयाल बाग कॉलोनी में चल रहे ईसाई ट्यूशन सेंटर में कुछ असामाजिक तत्वों ने तोडफ़ोड़ कर 21 जून को जबरन हनुमान मूर्ति रख दी और अब कह रहे हैं कि ये लोग जानवर काटते हैं|
June 27 12:38 2020

मजदूर मोर्चा ब्यूरो

फरीदाबाद: आरएसएस से जुड़ा संगठन बजरंग दल शहर का माहौल खराब करने पर आमादा है। सराय चौक के पास दयाल बाग कॉलोनी में चल रहे ईसाई ट्यूशन सेंटर में कुछ असामाजिक तत्वों ने तोडफ़ोड़ कर 21 जून को जबरन हनुमान मूर्ति रख दी। पुलिस से की गई शिकायत में ईसाईयों ने कहा है कि रोजाना वहां पर आरएसएस से जुड़े बजरंग दल के लोग आकर नारेबाजी कर रहे हैं। उन्होंने दो पास्टरों (पुजारियों) और मजदूरों को पीटा भी है। लोकल पुलिस, एसीपी, पुलिस कमिश्नर से लेकर डीसी फरीदाबाद के पास इस संबंध में लिखित शिकायत पहुंची है लेकिन अभी तक एक भी असामाजिक तत्व की गिरफ्तारी नहीं हुई है।

 

हिन्दू से खरीदी थी जमीन

ईसाई समुदाय ने दयाल बाग कॉलोनी में गरीब बच्चों को पढ़ाने के लिए “करुणा वेलफेयर सोसायटी” की ओर से एक ट्यूशन सेंटर खोला हुआ है। यहां पर हर धर्म के बच्चे पढ़ाए जाते हैं और सेंटर में हिन्दू टीचर भी हैं। यह ट्यूशन सेंटर ईसाईयों ने नरेश नामक शख्स से जमीन खरीदकर बनाया है। नरेश हिन्दू है, प्रॉपर्टी के सारे कागजात भी मौजूद हैं। इस ट्यूशन सेंटर की छत मरम्मत कराने के लिए कुछ मजदूर बुलाए गए थे। 21 जून को कुछ लोगों की भीड़ जयश्री राम और भारत माता की जय का नारा लगाते हुए पहुंची और ट्यूशन सेंटर में हनुमान मूर्ति रख दी। वहां मौजूद टीचरों को धमकाते हुए कहा कि वे लोग यहां चर्च नहीं बनने देंगे। यहां मंदिर बनेगा। तुम लोग यहां धर्म परिवर्तन के लिए चर्च बनाना चाहते हो। इस पर वहां मौजूद हिन्दू टीचरों ने इन लोगों को काफी सुनाया कि वह कई साल से यहां बच्चों को पढ़ा रही है लेकिन उसका धर्म परिवर्तन तो किसी ने नहीं किया।

 

भीड़ ने दो पास्टरों को पीटा

22 जून को ईसाई समुदाय के लोग ग्रीन फील्ड कॉलोनी में पुलिस चौकी पहुंचे और वहां लिखित शिकायत दी। वहां से पुलिस वालों ने कहा कि वे मौका मुआयना करेंगे। इसके बाद पुलिस दो पास्टरों वरूण और ईबेन को लेकर वहां पहुंची। वहां भीड़ ने फिर नारेबाजी की और पास्टर वरुण और ईबेन की पिटाई कर दी। मौके पर पहुंचे पुलिस वालों को भीड़ में शामिल लोगों ने बताया कि वे बजरंग दल से हैं। यह मंदिर की जमीन है, यहां ये लोग चर्च बनाना चाहते हैं। हम किसी भी हालत में चर्च नहीं बनने देंगे। हालांकि पास्टर ने उन्हें समझाया कि यह ट्यूशन सेंटर है, जहां हिन्दू बच्चे भी पढ़ते हैं। पुलिस वालों ने ईसाई समुदाय के लोगों से अगले दिन यानी 23 जून को जमीन के कागज लेकर आने को कहा। यह भी कहा गया कि एसीपी साहब मौजूद रहेंगे, उनके सामने सारा मामला रखा जाएगा।

23 जून को सीनियर पास्टर उदय के नेतृत्व में जब ईसाई समुदाय के लोग चौकी पहुंचे तो वहां पहले से ही एक साध्वी कुछ बजरंग दल कार्यकर्ताओं के साथ मौजूद थी। ईसाई समुदाय ने जमीन के सारे कागजात एसीपी और पुलिस अफसरों को दिखाए। फिर इन लोगों से जिस शख्स से जमीन खरीदी थी, उससे भी स्पीकर फोन पर बात कराई। उसने एसीपी को कहा कि वह हिन्दू है, वहां उसी जगह पर पैदा हुआ है, उसने ही जमीन बेची है। सारा पैसा चेक से लिया गया है। इस पर एसीपी ने सूझबूझ से काम लेते हुए साध्वी और बजरंग दल के लोगों से कहा कि कागजात से वे लोग संतुष्ट हैं। बेहतर होगा कि वे लोग वहां से मूर्ति हटा लें, पुलिस जिम्मेदारी लेती है कि चर्च नहीं बनने देगी।

पुलिस हस्तक्षेप के बावजूद मजदूरों को पीटा

24 जून को जब ईसाई समुदाय के लोग ट्यूशन सेंटर में मजदूरों से छत की मरम्मत दोबारा कराने लगे और मूर्ति को एकतरफ रखना चाहा तो फिर वहां धार्मिक नारेबाजी करती हुई भीड़ पहुंची। उसने मजदूरों को मारपीट कर भगा दिया। उन्होंने धमकी दी कि यहां तो मंदिर बनेगा। यहां पर न ट्यूशन सेंटर चलेगा और न चर्च बनेगा। ईसाई समुदाय ने फिर ग्रीन फील्ड पुलिस चौकी को घटना की सूचना दी तो पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वह जगह रेलवे की है और वही इस मामले को देखेगी। हालांकि ईसाई समुदाय ने इसे कानून व्यवस्था का मामला बताते हुए दखल देने की मांग की लेकिन पुलिस अफसर अब सुनने को तैयार नहीं हैं।

 

इस घटना के बाद अभी तक ईसाई समुदाय के लोग डीसी फरीदाबाद व पुलिस कमिश्नर को लिखित शिकायत दे चुके हैं। हरियाणा पुलिस को आनलाइन शिकायत भेजी गई है। इससे पहले 21 जून से ही दिल्ली में बैठे ईसाई समुदाय के नेता मुख्यमंत्री हरियाणा व दिल्ली स्थित अल्पसंख्यक आयोग की सदस्य मीनाक्षी सिंह के संज्ञान में सारा मामला ला चुके हैं। लेकिन मौके पर बजरंग दल के कुछ कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी जारी है। ट्यूशन सेंटर ठप पड़ा है। सारा सामान बिखरा पड़ा है। इस संबंध में जब इस संवाददाता ने सूरजकुंड पुलिस से जानकारी मांगी तो उन्होंने कहा कि आप उसी इलाके के चौकी इंचार्ज से बात करें। ग्रीन फील्ड पुलिस ने मीडिया को बताया कि वहां ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। उनके इलाके में कोई चर्च भी नहीं है।

 

वीडियो भी बनाया

ट्यूशन सेंटर में मूर्ति रखने वालों ने वहां का एक वीडियो बनाकर उसे वायरल भी किया है। जिसमें कहा गया है कि आखिर हिन्दू धर्म को कब तक दबाया जाता रहेगा। यह भी कहा गया कि ईसाई धर्म हिन्दुओं का सबसे बड़ा शत्रु है। ये लोग चर्च बनाकर धर्म परिवर्तन करते हैं। खास बात यह है कि वीडियो देखने से पता चलता है कि वहां मूर्ति रखने आए लोग बाहर से आए थे। बाहर से आए लोग कभी तो उस जगह को वी़डियो में सरकारी बताते नजर आते हैं और कभी कहते हैं कि यहां पहले मंदिर था। कुछ लोग कह रहे हैं कि केरल में इन लोगों ने धर्म परिवर्तन कराया और अब वहां पशु काटे जा रहे है। वी़डियो को लाइव भी किया गया था। उसमें समस्त हिन्दुओं और बडख़ल विधायक सीमा त्रिखा से वायरल करने और कार्रवाई करने की अपील की गई है

  Categories:
view more articles

About Article Author

Mazdoor Morcha
Mazdoor Morcha

View More Articles