फरीदाबाद (म.मो.) लगता है मनोहर सरकार को पढ़े-लिखे आर्किटेक्ट एवं इंजीनियरों से नफरत है। इसलिये स्थानीय नगर निगम में अनपढ़ लोगों को भर रखा है। इसी श्रंखला में बीते शुक्रवार आठ जुलाई को यानी दो साल पहले सेवा निवृत हुए ड्राफ्ट्समैन महिपाल को तीसरी बार सेवा विस्तार देकर शहर का वरिष्ठ योजनाकार नियुक्त कर दिया है।
भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार खट्टर ने यह नियुक्ति निगमायुक्त यशपाल यादव के पुरजोर विरोध के बावजूद की है। माना जा रहा है कि यह नियुक्ति खट्टर के सलाहकार अजय गौड़ द्वारा कराई गई है। समझने वाली बात यह है कि इस तरह की अनुचित एवं अवांछित नियुक्ति कराने के पीछे इस तथाकथित सलाहकार की क्या रुचि हो सकती है? यह रहस्य किसी से छिपा नहीं है कि महिपाल सेवानिवृत होने के बावजूद भी इस पद से क्यों चिपका हुआ है? सभी जानते हैं कि यह पद मोटी लूट कमाई का स्रोत है। जाहिर है कि लूट कमाई का यह स्रोत मुफ्त में उसे अजय गौड़ दिलाने वाला है नहीं, इसकी वाजिब कीमत तो वह वसूलेगा ही। वैसे भी सर्व विदित है कि बतौर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को अजय गौड़ जैसे चले हुए कारतूसों से किसी प्रकार की सलाह की कोई दरकार नहीं होती। ऐसे लोग खट्टर के नाम पर अपनी दुकानदारी तो चलाते ही हैं लेकिन, स्मार्ट सिटी की आपदा झेलते नागरिक जानना चाहेंगे, क्या वे खट्टर के लिये भी आवश्यक उगाही करके उन तक पहुंचाते रहते हैं?