श्रम विभाग के खुद के हाल बदहाल, श्रमिकों के मदद की कहाँ उम्मीद…

श्रम विभाग के खुद के हाल बदहाल, श्रमिकों के मदद की कहाँ उम्मीद…
November 08 17:06 2020

       

फरीदाबाद ममो : मजदूर मोर्चा की टीम ने जब श्रम विभाग के सेक्टर 12 स्थित करोड़ों रुपये के नए बने कार्यालय का दौरा किया तो वहां बदहाली का अजब मंज़र देखने को मिला| घुसते ही भूतल पर स्थित कैनटीन अभी चालू नहीं की गई थी और उसमे धूल जमी पड़ी थी और दीवारों पर कई-कई फीट जाले लगे पड़े थे| दफ्तर के सारे बरामदे व् सीढ़ियों आदि का यही हाल था| जगह-जगह गुटके की पीक थूकी हुई थी| कार्यालय में तीन लीफ्टें लगाई गई है पर कोई भी लिफ्ट अभी तक चालू नहीं की गई| शौचालयों पर ताले लटके पड़े हैं तो फर्नीचर के नाम पर टूटी-फूटी मेज कुर्सियां पड़ी है, जिनसे कर्मचारी जैसे तैसे अपना कम चला रहे हैं| याद दिला दें कि इस दफ्तर की प्रमुख अधिकारी, उप-श्रमायुक्त सुधा चौधरी को पिछले दिनों सरकार ने निलंबित कर दिया था| वह जनवरी 2021 में सेवानिवृत होने वाली थीं|

दफ्तर के कर्मचारियों ने बताया कि बार-बार उच्च अधिकारीयों को लिखने के बावजूद न तो एक भी सफाई कर्मचारी की  यहाँ नियुक्ति की गई है और न ही पर्याप्त मात्रा में फर्नीचर दिया गया है| लिहाजा दफ्तर के एकमात्र चौकीदार से ही सफाई कर्मी का काम लिया जा रहा है और टूटे फर्नीचर से ही काम करने को हम मजबूर हैं| इसीलिए सारे कार्यालय में गन्दगी व् धूल का साम्राज्य है| पहली मंजिल पर स्थित तीन श्रम न्यायालयों के जजों ने जरूर कहीं से दो-तीन सफाई कर्मचारी झटक लिए हैं जो सिर्फ उनके यहाँ सफाई कर देते हैं|

बिल्डिंग का क्योंकि अभी कोई विधिवत कब्ज़ा नहीं लिया गया है इसलिए फायर विभाग व् अन्य विभागों से एनओसी भी नहीं प्राप्त हुई है| न ही लिफ्ट का लाइसेंस मिला है जिस कारण तैयार होने के बावजूद भी लिफ्ट बंद पड़ी हैं| पूरा दफ्तर एक असहाय और अनाथ अवस्था में चल रहा है| जज साहेबान भी रोज़ इन हालातों से मुखातिब होते ही होंगे|

ऐसे दफ्तर और न्यायलय जो खुद अपने हालातों पर रो रहे हों वे श्रमिकों के हालात क्या सुधार पाएंगे, विचारणीय है|

अजातशत्रु

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Mazdoor Morcha
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